
खबर सहारनपुर से
बच्चों में सांस के रोगों के इलाज की कार्यशाला का आयोजन
घर पर नेबुलाइजर के इस्तेमाल में सावधानी जरूरी
प्रेसिडेंट एक्शन प्लान 2024 कार्यशाला का आयोजन
प्रेसिडेंशियल एक्शन प्लान 2024 के तहत इंडियन एकेडमी ऑफ़ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) की सहारनपुर ब्रांच के द्वारा दिल्ली रोड स्थित एक सभागार में बच्चों में सांस की बीमारियों के बेहतर इलाज के लिए एक दिनी कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें नई दिल्ली, मेरठ, एसबीड़ी जिला चिकित्सालय, मेडिकल कॉलेज सहारनपुर और महानगर के सभी निजी बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ शहर के मेयर डॉ अजय कुमार सिंह, मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार, आईएपी प्रेसीडेंट डॉ रविकांत निरंकारी एवम आईएमए अध्यक्ष डॉ नरेश नौसरान ने संयुक्त रूप से किया।
आईएपी के विज्ञान सचिव डॉ महेश गोयल ने सभी वक्तताओ का स्वागत किया एवम परिचय दिया।
आईएपी अध्यक्ष डॉ रविकांत निरंकारी ने कार्यशाला में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमो का ब्यौरा दिया और बताया कि सर्दी के मौसम में बच्चों में सांस की बीमारियाँ बढ़ रही है और सभी लोग आजकल घर पर बिना चिकित्सक की सलाह के नेबुलाइजर का इस्तेमाल कर रहे है जो कि गलत है।बिना विशेषज्ञ डॉक्टर से चेकअप करवाये और दवाओं की सही जानकारी के बिना बच्चों को इस तरह खुद घर पर इलाज करने से नुकसान हो सकता है। मेरठ से आए हुए पल्मनोलॉजिस्ट डॉ आयुष जैन ने नीबूलाइजेशन में इस्तेमाल होने वाली मशीनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं उनके उपयोग और उनके कार्य करने के तरीके पर व्याख्यान दिया ।
मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभागध्यक्ष डॉ प्रमोद यादव ने बताया कि बच्चों को भांप की दवाई लगाने का सही तरीका क्या होता है और उसमें किन चीजों से बचना चाहिए,उन्होंने बताया की भांप की दवाई में पानी नही मिलना चाहिए इससे केवल सेलाइन ही मिक्स किया जा सकता है।मेडिकल कॉलेज से ही डॉ पूजा शर्मा ने हाइपरटोनिक सलाइन के इस्तेमाल की जानकारी दी।
मैक्स हॉस्पिटल नई दिल्ली से आए हुए पीडियाट्रिक पल्मनोलॉजिस्ट डॉ दीपक कुमार ने बच्चों में सांस की बीमारी में इस्तेमाल होने वाली कॉर्टिकोस्टेरॉइड की सही खुराक की जानकारी दी, घर पर एमडीआई से भांप एक दिन में दो से तीन बार ही बच्चों में इस्तेमाल करनी चाहिए ज्यादा दिनों तक इसका इस्तेमाल केवल चिकित्सक की सलाह से किया जा सकता है ताकि मरीज को कोई अन्य नुकसान ना हो।
डॉ महेश गोयल ने सांस के रास्ते में जमा बलगम को साफ करने के लिए की जाने वाली फिजियोथेरेपी के विषय में विस्तार से बताया ।
कार्यक्रम के अंत में डॉ अभिलाषा स्मिथ ने कार्यशाला के प्रीटेस्ट के नतीजे घोषित किये और आंसर की जारी करते हुए कार्यशाला में हुए टेस्ट के प्रश्नों के उत्तर बताए।कार्यक्रम का संचालन डॉ उपासना ने किया।
कार्यक्रम में डॉ रिक्की चौधरी, डॉ डी के तिवारी, डॉ मनदीप सिंह ,डॉ विक्रम सिंह पुंडीर, डॉ अरशद खान,डॉ दीपक बंसल,डॉ स्वर्णजीत सिंह, डॉ डीके गुप्ता ,डॉ पुनीत खुराना, डॉ राजेश शर्मा, डॉ राजेश गुप्ता , डॉ वरुण पालीवाल ,डॉ हिमांशु कुमार, डॉ राज खन्ना ,डॉ सफल कुमार,डॉ जी बी लाल,डॉ हिमांशु,डॉ आरएस पंवार,डॉ सीएस चोपड़ा आदि ने भाग लिया।
रिपोर्टर रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़