*बालक की मौत के बाद परिजनों का हंगामा, पीएम करवाने पुलिस को घंटों पड़ा मनाना*
दमोह : जिले के पथरिया थाना अंतर्गत रहने वाले 10 वर्षीय बालक मिक्की अहिरवार की साइकिल से गिर जाने के बाद इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। जहां पर परिजनों द्वारा अपने बच्चे का पीएम नहीं कराए जाने को लेकर जमकर हंगामा किया गया। जहां परिजन बच्चे के शव को अस्पताल से बाहर लाकर चौराहे पर एवं फिर उसके बाद वृद्ध आश्रम के सामने देर तक हंगामा करते रहे। तो वही पुलिस उन्हें पीएम कराने के लिए मनाती नजर आई। लॉकडाउन के दौरान परिजनों और पुलिस के बीच घंटो तक मान मनोबल का दौर चलता रहा।
*पीएम नहीं कराना चाहते थे परिजन*
जानकारी के अनुसार अपने बच्चे की मौत के बाद गुस्से में आए परिजनों द्वारा पीएम नहीं कराए जाने की बात कही जा रही थी। तो वहीं प्रशासन पीएम कराने की बात कर रहा था। इसी दौरान परिजन बच्चे को ले जाने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। अस्पताल प्रबंधन के द्वारा भी उन्हें रोके जाने का प्रयास किया गया। परिजनों का आरोप है कि कुछ लोगों द्वारा उनके परिवार की महिलाओं पर हाथ उठाने की कोशिश की गई।
*परिजनों ने कहा वर्दी की इज्जत नहीं तो हाथ तोड़ कर घर ले जाते*
मीडिया को दिए बयान में बच्चे के परिजनों का कहना था कि वहां कोई लेडीस पुलिस नहीं थी। इसके बावजूद महिलाओं पर हाथ उठाने की कोशिश की गई, यह गलत है। वह वर्दी की इज्जत करते हैं, नहीं तो हाथ तोड़ देते और घर ले जाते। एक और परिजन हिमांशु ने बताया कि वे लोग बोतराई के रहने वाले हैं। बे सुबह ही अपने बच्चे को लेकर के अस्पताल आए थे। जहां पर अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। साथ ही कहा कि उसका पीएम कराया जाएगा। लेकिन वह लोग पीएम नहीं कराना चाहते। अस्पताल कर्मचारी और पुलिस पीएम कराने जबरदस्ती कर रही है।
*पुलिस ने परिजनों को पीएम के लिए मनाया*
इस मामले पर जांच अधिकारी का कहना था कि साइकिल से गिर जाने के बाद दमोह में इलाज के लिए लाए जाने के दौरान उसकी तबीयत खराब हुई और अस्पताल में बालक की मौत हो गई। परिजन पीएम नहीं कराना चाहते हैं, इसलिए उसे ले जाना चाहते थे। उनके द्वारा हंगामा भी किया गया। उन्हें समझाने का प्रयास किया गया है। समझाइस के बाद परिजन मान गए हैं। पीएम कराया जा रहा है।
*ब्यूरो चीफ-लखन ठाकुर जिला दमोह मध्य प्रदेश*