
महाशिवरात्रि पर स्नान करना जीवन रक्षक उपाय है; चुनाला की घटना
महाराष्ट्र, चंद्रपुर (क्रिष्णाकुमार संवाददाता)
राजुरा: घटना आज (26 तारीख) दोपहर 1 बजे की है जब तीन युवक, तुषार शालिक आत्राम (उम्र 17), मंगेश बंडू चणकपुरे (उम्र 20) और अनिकेत शंकर कोडापे (उम्र 18), सभी चुनाला निवासी, अपने रिश्तेदारों के साथ महाशिवरात्रि के अवसर पर वर्धा नदी में स्नान करने गए थे, पानी की गहराई का अंदाजा न होने के कारण डूबने से उनकी मौत हो गई।
महाशिवरात्रि के अवसर पर चूनाला के कुछ नागरिक चूनाला में वर्धा नदी के घाट पर स्नान करने जा रहे थे। उनके साथ उनके घर के पास के तीन युवक तुषार आत्राम, मंगेश चणकपुरे और अनिकेत कोडापे भी स्नान करने गए थे। नदी के किनारे एक ओर एक महिला स्नान कर रही थी, उसी समय तीनों युवक महिला से कुछ दूर जाकर नहाने लगे। इस बार उन्हें पानी की गहराई का अंदाजा नहीं था और वे डूबने लगे। उनकी चीखें सुनकर पास में मौजूद रामचंद्र रागी नामक युवक ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन वे उन्हें बचा नहीं पाए। घटना की जानकारी जैसे ही चुनाल के सरपंच बालनाथ वडसकर को मिली, उन्होंने राजुरा पुलिस को सूचित किया। राजुरा पुलिस मौके पर पहुंची। चूंकि घटनास्थल बल्लारपुर थाने की सीमा में आता है, इसलिए बल्लारपुर पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव की तलाश शुरू की। राजुरा तहसीलदार डॉ. ओमप्रकाश गोंड ने आपदा प्रबंधन विभाग चंद्रपुर को फोन कर नाव की व्यवस्था की तथा शव की तलाश जारी है। पुलिस तुषार शालिक आत्राम का शव बरामद करने में सफल रही, लेकिन समाचार लिखे जाने तक दोनों युवकों के शव नहीं मिले थे।
राजुरा सहायक पुलिस निरीक्षक हेमंत पवार, राजुरा उप तहसीलदार चंद्रशेखर तेलंग, चुनाला ग्राम पंचायत सरपंच बालनाथ वडसकर और बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर मौजूद थे।