Mumbai Breaking|लोगों को भीड़ पसंद नहीं, इसलिए शहरों के बाहर 7% अधिक घर बने; कोरोना के चलते बदलीं प्राथमिकताएं

शहर से बाहर घर बसाने में पुणे अव्वल, मुंबई दूसरा।

कोरोना संकट के कारण अब लोग शहरों के बाहर घर खरीदना चाहते हैं। इसलिए बिल्डर्स भी शहर की बाहरी परिधि में घर बनाकर बेच रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2020-2021 में देश के शीर्ष सात शहरों में घरों की 1.49 लाख इकाइयां लॉन्च की गईं।

इनमें से 58% इकाइयां शहर की बाहरी परिधि में थीं। जबकि कोरोना से पहले वित्तीय वर्ष 2018-19 में शहरों की परिधि में 51% इकाइयां लॉन्च की गई थीं।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट ‘एनारॉक’ की ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, शहर की बाहरी परिधि में ज्यादा घर बनाने के मामले में पुणे और मुंबई सबसे आगे रहे। पुणे में 2020-21 में शहर के बाहरी इलाकों में 76% इकाइयां लॉन्च की गईं। जबकि 2018-19 में यहां 67% इकाइयां लॉन्च की गई थीं। मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में 2020-21 में शहर के बाहरी इलाकों में 67% इकाइयां बनीं। वहीं, 2018-19 में 60% इकाइयां बनाई गईं।
एनारॉक के अध्यक्ष अनुज पुरी के मुताबिक, ‘कोरोना महामारी के कारण घर खरीदने वालों की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। पहले ‘वॉक-टू-वर्क’ की नीति के साथ घर खरीदे जाते थे। अब लोग दूर हरियाली में बड़े और किफायती घर खरीदना चाहते हैं। इसलिए डेवलपर्स भी कम प्रदूषण वाले क्षेत्रों को चुन रहे हैं। पुरी ने कहा- ‘संभावना है कि शहर के बाहरी इलाकों में जल्द ही कई नए कार्यस्थल और दफ्तर भी खुलने लगें।’
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पहले लोग स्कूल और कार्यस्थल के पास घर खरीदना चाहते थे। कोरोना के दौरान ई-स्कूलिंग और ‘वर्क फ्रॉम होम’ जैसे विकल्प आजमाए गए है। अब लोग कहते हैं कि वे खुले स्थानों में रहना चाहते हैं। यही कारण है कि शहर के प्रमुख परिधीय क्षेत्रों में एक साल में ज्यादा मकान खरीदने के सौदे किए गए।

Bureau Chief-
साकिब हुसैन
INDIAN TV NEWS
मुंबई
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