बांदा जिले में धड़ले से हो रहा है इसमें कुआं गांजे का कारोबार
पुलिस प्रशासन ना कोई कार्यवाही कर रही है और नहीं स्मैक और गंजे के लोगो को ना पकड़ा जा रहा है। बताया जाता है कि पुलिस को हर महीने माल बेचने के लिए गंज स्मैक बेचने के लिए पैसे पहुंच जाते हैं जिसे के कारण आज तक नहीं इसमें कारोबारी नहीं गंजे कारोबारी पकड़े जा रहे हैं और बांदा जिले में धरने से भेज रहा है और बांदा के कई नौजवान शिशु जिनकी अभी पढ़ाई की उम्र है वह नशा पत्ती कर रहे हैं वह भी इसमें पिया जा रहा है यह समझ में नहीं आता कि योगी सरकार उत्तर प्रदेश में स्मैक और गांजे का कारोबार कैसे बढ़ावा दे रहे हैं जिसकी वजह से कई नौजवान बच्चे पागल होने ओर मरने के करने की हालत में है और कई लोग नशा मुक्ति केंद्र में अपना बाकी जीवन व्यतीत कर रहे है जो कि यहां सब तरह का नशा व्हाइट स्मैक से लेकर देसी अंग्रेजी शराब पीते हैं और 10 11 साल के बच्चों को बर्बाद कर रहे हैं। और पुलिस प्रशासन कोई भी कानूनी कार्रवाई नहीं कर करती है आने वाले छात्रों का भविष्य नशे की आधी डाल के बर्बाद कर रहे है ।
बांदा से ताहिर अली की रिपोर्ट