
आमदार विजय रहांगडाले के कर-कमलों से प्रतिमा का अनावरण
प्रवीण शेंडे जिल्हा प्रतिनिधी गोंदिया
तिरोडा ९ मई २०२५ –
आज वीरता और स्वाभिमान के प्रतीक महाराणा प्रताप जी की जयंती के पावन अवसर पर गोंदिया-तुमसर रोड स्थित सुकळी नाका चौक पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप स्मारक का अनावरण अत्यंत हर्षोल्लास और विधिविधान के साथ किया गया। इस ऐतिहासिक आयोजन की अध्यक्षता तिरोडा-गोरेगाव विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय आमदार श्री विजय रहांगडाले ने की।समारोह की शुरुआत पंडित महेंद्र तिवारी द्वारा पारंपरिक पूजा-अर्चना के साथ हुई, जिसमें महाराणा प्रताप जी की भव्य प्रतिमा की स्थापना के पश्चात मंत्रोच्चार और श्रद्धा भाव से पूजन संपन्न हुआ। इसके उपरांत आमदार विजय रहांगडाले के कर-कमलों से प्रतिमा का अनावरण किया गया।अपने भाषण में आमदार रहांगडाले ने चौक का नाम “वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप चौक” रखने की घोषणा करते हुए कहा, “महाराणा प्रताप केवल एक योद्धा नहीं थे, वे स्वाभिमान, स्वराज्य और आत्मबलिदान के प्रतीक हैं। उनका जीवन आज भी युवाओं को प्रेरणा देता है। इस स्मारक के माध्यम से हम उनकी गौरवगाथा को सजीव बनाएंगे।”कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. अविनाश जयस्वाल ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन क्षत्रिय राजपूत समाज के वरिष्ठ नेता श्री संजयसिंह बैस ने किया। उन्होंने आमदार रहांगडाले सहित सभी अतिथियों और समाजजनों का आभार व्यक्त किया।
इस समारोह में क्षत्रिय राजपूत समाज के सभी सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। विशेष रूप से समाज के अध्यक्ष संजयसिंह बैस, अजयसिंह गौर, विनोद परमार, झलेद्रसिंह चौव्हान, झामसिंह चौव्हान, आनंदसिंह बैस, अजयसिंह तोमर, देवेंद्रसिंह गहेरवार, शैलेंद्रसिंह गौर, संजय परमार, आनंद गहरवार, निखील बैस, ममता बैस, ज्योती बैस, योगिता तोमर, रश्मी गौर सहित अनेक गणमान्य नागरिकों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित किया।इसके अलावा शहर के अन्य गणमान्य नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापारी, युवा वर्ग और महिलाओं ने भी भारी संख्या में भाग लेकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उपस्थित लोगों ने महाराणा प्रताप अमर रहें के नारों से वातावरण को देशभक्ति की भावना से भर दिया।इस प्रकार, महाराणा प्रताप जी की जयंती पर आयोजित यह स्मारक अनावरण समारोह न केवल ऐतिहासिक रहा, बल्कि समाज में गौरव, एकता और प्रेरणा का संदेश भी दे गया। यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को अपने इतिहास और वीरता की परंपरा से जोड़ने का कार्य करेगा।