अनिल दिनेशवर
सिवनी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस का आयोजन वर्ष में एक बार किया जाता है। जिसमें समस्त विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से 1 से 19 वर्ष के बच्चों एवं किशोर/किशोरियों को एल्बेंडाजॉल 400 मि.ग्रा. गोली का सेवन कराया जाता है। भारत सरकार के निर्देशानुसार वर्ष 2022-23 में कृमिमुक्ति के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु जिलें में दिनांक 13 सितंबर 2022 को ‘’राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस’’ तथा 16 सितम्बर 2022 को मॉप अप दिवस का आयोजन किया जाएगा।
इस अभियान के अंतर्गत शासकीय/शासकीय अनुदाय प्राप्त शालाओं, आदिवासी आश्रम शालाओं, प्रायवेट/प्रायवेट अनुदान प्राप्त शालाओं, केंद्र शासित शालाओं, मदरसों, स्थानीय निकाय की शालाओं, आंगनवाड़ी केंद्रो तथा किशोर न्याय अधिनियम 2015 अंतर्गत संचालित चाईल्ड केयर इंस्टीट्यूट में 1 से 19 वर्षीय समस्त बच्चो का कृमिनाशन किया जायेगा ताकि मिट्टी जनित कृमि संक्रमण की रोकथाम सुनिश्चित हो।
बच्चों में कृमि संक्रमण, व्यक्तिगत अस्वच्छता तथा संक्रमित दूषित मिट्टी के संपर्क से संभावित होता है। कृमि संक्रमण से बच्चो का जहां एक ओर शारीरिक एवं बौद्धिक विकास बाधित होता है वही दूसरी ओर उनमें खून की कमी व पोषण स्तर पर दुष्प्रभाव परिलक्षित होता है। अत: 1 से 19 वर्षीय बच्चों का कृमिनाशन करना आवश्यक है। इस हेतु राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस 13 सितम्बर को 1 से 2 वर्ष आयुवर्ग को एल्बेंडाजॉल 400 मि.ग्रा. की आधी गोली चूरा करके पीने के साफ पानी के साथ, 2 से 3 वर्ष आयुवर्ग को पूरी गोली चूरा करके पीने के साफ पानी के साथ तथा 3 से 19 वर्ष आयुवर्ग को पूरी गोली चबाकर पीने के साफ पानी के साथ सेवन कराया जाएगा।
राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस के सफल आयोजन हेतु जिला स्तर पर प्रशिक्षण/उन्मुखीकरण कार्यक्रम बैठक दिनांक 1 सितम्बर 2022 को जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र मीटिंग हॉल जिला चिकित्सालय परिसर सिवनी में आयोजित की गई जिसमें वन विभाग, जिला पंचायत, आदिम जाति कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समस्त खंड चिकित्सा अधिकारी, विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक, कम्यूनिटी मोबिलाईजर, खंड विस्तार प्रशिक्षक तथा स्वास्थ्य विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी/कर्मचारी सम्मिलित हुए।
उक्त प्रशिक्षण/उन्मुखीकरण कार्यक्रम में उपस्थित समस्त प्रतिभागियों को राष्ट्रीय कृमिमुक्ति दिवस के सफल आयोजन हेतु विशेष कार्ययोजना बनाई जाकर मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के दल द्वारा भ्रमण कर अपनी निगरानी में समस्त 1 से 19 वर्षीय बच्चों को एल्बेंडाजॉल की 400 मि.ग्रा. गोलियों का उम्र अनुसार सेवन कराया जाना सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।