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चन्दौली :”आदिपुरुष” को लेकर सिर्फ भारत में ही विवाद नहीं हो रहा

चन्दौली :”आदिपुरुष” को लेकर सिर्फ भारत में ही विवाद नहीं हो रहा. नेपाल में भी फिल्म को जनता का गुस्सा झेलना पड़ रहा है. फिल्म में एक डायलॉग है, जहां कहा गया कि जानकी भारत की बेटी है. नेपाल वालों का कहना है कि हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सीता का जन्म नेपाल के जनकपुर में हुआ था.इसी बात पर नाराज़गी के चलते फिल्म की रिलीज़ भी अटक गई थी. मांग की गई कि ये डायलॉग हटाया जाए. फिर मीडिया में खबरें आईं कि ये डायलॉग बदल दिया जाएगा और फिल्म आखिरकार नेपाल में रिलीज़ हुई. हालांकि ये डायलॉग हटाया नहीं गया. नेपाल की राजधानी काठमांडू के मेयर ने ‘आदिपुरुष’ बनाने वालों को तीन दिन का समय दिया. या तो डायलॉग हटाया जाए, वरना वो तमाम हिंदी फिल्मों पर बैन लगा देंगे. मेकर्स ने बदलाव नहीं किए और काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने 19 जून से सभी हिंदी फिल्मों की स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी।’आदिपुरुष’ पर हुई कंट्रोवर्सी का असर सिर्फ काठमांडू तक ही नहीं रहा. 18 जून की शाम को नेपाल के पोखरा के मेयर ने भी ऑर्डर जारी किया. आदेश के मुताबिक 19 जून से पोखरा मेट्रोपॉलिटन सिटी के सभी सिनेमाघरों में हिंदी फिल्मों पर रोक लगा दी गई है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार पोखरा के मेयर धनराज आचार्य ने तीन सिनेमाघरों को लेटर भेजे हैं और आदेश दिया है कि सभी बॉलीवुड फिल्मों की स्क्रीनिंग रोकी जाए।बताया जा रहा है कि नेपाल और पोखरा के मेयर के आदेश के बाद सिनेमाघरों ने हिंदी फिल्में हटा ली हैं. उनकी जगह नेपाली और हॉलीवुड फिल्मों के शोज़ बढ़ा दिए गए हैं. हिंदी फिल्मों को बैन करने का पहला एक्शन लिया था काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह ने. उन्होंने 18 जून को अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था।हमने ‘जानकी भारत की बेटी’ वाले आपत्तिजनक हिस्से केखिलाफ अपील की थी. नेपाल की सरकार और उसके नागरिकों का पहला कर्तव्य है कि वो अपनी स्वतंत्रता और सम्मान की रक्षा करें. फिल्म ‘आदिपुरुष’ से नेपाल की राष्ट्रीयता और उसकी सांस्कृतिक एकता को क्षति पहुंच सकती है।बालेंद्र ने आगे लिखा कि जब तक ‘आदिपुरुष’ के आपत्तिजनक हिस्से हटा नहीं दिए जाते, तब तक कोई भी हिंदी फिल्म काठमांडू मेट्रोपॉलिटन सिटी में नहीं दिखाई जाएगी. काठमांडू में फिल्म को बैन करने के फैसले के बाद ‘आदिपुरुष’ बनाने वाली कंपनी T-Series ने मेयर को चिट्ठी लिखी. उन्होंने कहा कि किसी को ठेस पहुंचाने का उनका कोई इरादा नहीं था. उस डायलॉग के ज़रिए वो बस महिलाओं के प्रति सम्मान दर्शाना चाह रहे थे. ‘आदिपुरुष’ के मेकर्स ने भले ही अपना पक्ष रख दिया हो, लेकिन मामला ठंडा नहीं हुआ. इस फिल्म के चक्कर में बाकी हिंदी फिल्मों को भी बैन झेलना पड रहा है।

इंडिया टीवी न्यूज़ ब्यूरो चीफ. करन भास्कर चन्दौली उत्तर प्रदेश ✍️

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