पीडीएस प्रणाली और गेहूं उपार्जन की समीक्षा, कलेक्टर ने दिये निर्देश
सतना से महेंद्र गौतम ब्यूरो चीफ
सतना। कलेक्टर अजय कटेसरिया ने लक्षित वितरण प्रणाली के अंतर्गत खाद्यान्न वितरण के लिए राशन दुकानों को माह में कम से कम 11 दिवस खुले रखने के निर्देश दिए हैं। खाद्यान्न वितरण और गेहूं उपार्जन की समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने माह में 5 दिवस से कम खुलने वाली दुकानों के सेल्समैन एवं प्रबंधकों को नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत हरेंद्र नारायण, एसडीएम दिव्यांक सिंह, सुरेश अग्रवाल, धीरेंद्र सिंह, संस्कृति शर्मा, राजेश शाही, केके पाण्डेय, जिला आपूर्ति अधिकारी केके सिंह सहित नागरिक आपूर्ति निगम एवं खाद्य विभाग के अधिकारी तथा जनपद सीईओ भी उपस्थित थे।
5 दिन से कम खुलती है 53 दुकाने
कलेक्टर श्री कटेसरिया ने लक्षित वितरण प्रणाली के तहत विकासखंडवार राशन दुकानों के खुलने और खाद्यान्न वितरण की स्थिति की समीक्षा की। जिले की कुल 817 राशन दुकानों में से 53 दुकाने माह में 5 दिवस से कम खुलना पाई गई। कलेक्टर ने इन सभी 53 राशन दुकानों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक माह कम से कम राशन दुकानों से 95 प्रतिशत खाद्यान्न का वितरण होना चाहिए। राशन दुकानों में 10 दुकानों का खाद्यान्न वितरण 30 प्रतिशत से कम पाए जाने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। सीएम हेल्पलाइन की खाद्यान से जुड़ी कुल 1199 में से 277 शिकायतें खाद्यान्न पर्ची से संबंधित पाए जाने पर जनपद पंचायत के सीईओ को निराकरण करने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि ‘डीÓ श्रेणी के कर्मचारी से ऊपर और इनकम टैक्स पेयी को छोड़कर सभी अनुसूचित जाति, जनजाति के परिवार खाद्यान्न पर्ची के हकदार हैं। अनुसूचित जाति, जनजाति के किसी भी पात्र हितग्राही को खाद्यान पात्रता पर्ची से वंचित नहीं रखा जाए। परिवार के सभी पात्र सदस्यों को इसका लाभ दिया जाए।
सभी खरीदी केंद्रों में नियुक्त करें नोडल अधिकारी
उपार्जन केंद्रों में तैयारियां दुरस्त रखने के निर्देश गेहूं एवं रबी उपार्जन की समीक्षा करते हुए कलेक्टर अजय कटेसरिया ने कहा कि खरीदी केंद्रों में गेहूं अभी भले ही नहीं आ रहा है, लेकिन उपार्जन केंद्र की सभी आवश्यक तैयारियां और सुविधाएं परिपूर्ण ढंग से सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी खरीदी केंद्रों में जिम्मेदार कर्मचारी को केंद्र का नोडल अधिकारी बनाएं। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता संबंधी या खरीदी संबंधी किसानों की केंद्र की समस्याओं के निराकरण में नोडल अधिकारी स्वत: पहल कर निराकरण की कार्यवाही करें, नोडल अधिकारी केवल सर्वेयर के भरोसे नहीं रहें। उपार्जन की समीक्षा बैठक में बताया गया कि रबी उपार्जन में 86 हजार 795 किसानों का पंजीयन हुआ है। जिसमें 84 हजार 838 किसानों का गेहूं विक्रय के लिए पंजीयन किया गया है। जिले में 107 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। रामपुर बघेलान के बांधा में इस बार सायलो प्रारंभ किया जा रहा है, जिसकी भंडारण क्षमता 80 हजार एमटी है। भंडारण के लिए सायलो और गोदाम में खरीदी केंद्रों की मैपिंग और खरीदी केंद्र स्थापित करने पर प्राथमिकता दी गई है। सायलो और गोदाम स्तर के खरीदी केंद्रों में किसानों को खरीदी का भुगतान शीघ्र और सुविधाजनक हो पाता है।
