
मिलावट के इस दौर में इंसान अपने स्वार्थ के लिए किसी की जान की प्रवाह किये मिलावट का कारोबार करने में शर्म नही कर रहा..!!
पशुओं को हानिकारक दवाएं देकर दूध में जो जहर..!सोचनीय पहलू..!!
देख तेरे संसार की हालत क्या हो गयी भगवान,कितना बदल गया इंसान,सूरज ना बदला,चाँद ना बदला,ना बदला रे आसमान,
कितना बदल गया इंसान..आज पैसे कमाने के चक्कर मे इंसान कितना गिर गया यह किसी से छिपा नही हैं!मिलावट के इस दौर में इंसान अपने स्वार्थ के लिए किसी की जान की प्रवाह किये मिलावट का कारोबार करने में शर्म नही कर रहा हैं!दूध का कारोबार करने वालों के बारे में लंबे समय से मिलावट करने का तथ्य उजागर होते आएं है यहां तक कि नकली दूध का कारोबार भी चलता है! मगर अधिक से अधिक दूध उत्पादन की चाह में जिस तरह गाय-भैंसों और अन्य दुधारू पशुओं को दवा देकर उनका हार्मोन बढ़ाया जाता है, वह एक अलग त्रासद पक्ष है! दवा देकर हार्मोन बढ़ाने से पशुओं में दूध की मात्रा तो बढ़ जाती है, मगर उनकी सेहत पर पड़ने वाला प्रतिकूल प्रभाव उनके लिए भयावह होता है!ऐसे पशु जब दूध देना बंद कर देते हैं, तो उन्हें अनेक तकलीफदेह बीमारियां घेर लेती हैं।डेयरियों में हार्मोन पैदा करने के लिए आक्सीटोसिन नामक दवा के उपयोग किया जाता हैं!पशुओं का नैसर्गिक जीवन छीन लेना और फिर दवा देकर उन्हें अधिक दूध उत्पादन को उत्तेजित करना निस्संदेह पशु क्रूरता अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है!इस तरह लोगों की सेहत के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है!लोग अपने बच्चों को दूध और दुग्ध उत्पाद इस मकसद से देते हैं कि उन्हें उचित पोषण मिलेगा, मगर दवा देकर निकाले गए दूध से बीमारियों और विकृतियों की आशंका बढ़ जाती है।कभी कभार दूध में मिलावट करने वालों के खिलाफ तो सख्ती होती देखी जाती है,मगर पशुओं को हानिकारक दवाएं देकर दूध में जो जहर घोला जा रहा है,उस पर अभी तक गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया था!अब सवाल यह हैं कि ऐसे लोगों पर कब लगाम लगेगी।
रिपोर्ट रमेश सैनी सहारनपुर इंडियन टीवी न्यूज़