
रिपोर्ट कोमल चौधरी
स्नान नहीं आचमन से कतरा रहे भक्त राधा श्याम कुंड के जल की सतह पर जमीं मोंटी काई
गोवर्धन, गिरिराज परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले कुंड और जलाशयों की अनदेखी के घातक प्रणाम आज सामने आने लगे है। जलाशयों में भर जल प्रदूषित हो चुका है। गिरिराज परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले राधा श्याम कुंड करीब 3 एकड़ में फैले हुए है। आज इन कुंडों के जल के ऊपर मोंटी काई जम चुकी है। जिससे कुंडों का स्वरूप बिगड़ा दिखाई दे रहा है। यहां रोजाना आने वाले हजारों की संख्या में भक्त राधा श्याम कुंड में स्नान ही नहीं आचमन करने से कतरा रहे है। इन विशाल जलाशय प्रदूषण के शिकार हो चुके है। राधा श्याम कुंड की अन्य अच्छी का कामयाना स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है। राधा श्याम कुंड का धार्मिक महत्व भी है। आईएएस ईओ रिंकू सिंह राही द्वारा राधा श्याम कुंड के आसपास बने आश्रम घर और मंदिरों का निरीक्षण करने पर पाया आश्रम मंदिरों में बने मल मूत्र के टैंक सोखता पाए गए। जिसका सीधा असर राधा श्याम कुंड के जल पर हो रहा है। इस कारण जल से दुर्गंध उठ रही है। सभी आश्रम संचालकों को नोटिस भी दे दिए गए है। पूर्व में उत्तर प्रदेश बज विकास तीर्थ परिषद ने जेएस वाटर एनर्जी लाइफ प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम को राधा श्याम कुंड में न्यू लगी बैक्टीरिया डाला था। पानी के नमूने को लेकर परीक्षण कराया गया था। जिसमें दोनों कुंडों का जल प्रदूषण पाया गया। कंपनी द्वारा तीन चार बार बैक्टीरिया का जल में प्रयोग किया गया। अंत में असफलता हाथ लगी और जल के अंदर ऑक्सीजन नहीं पैदा हो सका इसका मुख्य कारण आश्रमों में बने मल मूत्र के सोखता टैंक हो सकता है। और बहुत से तो टैंक मंदिरों में स्थापित कुआं में ही बना दिए गए है। जिनका स्त्रोत सीधा राधा श्याम कुंड में जाता है।
नगर पंचायत अध्यक्ष रामफल ने बताया जुलाई अगस्त माह में टाटा समूह द्वारा राधा श्याम कुंड की साफ सफाई व पुनः निर्माण का कार्य कराया जाएगा।