बैतूल जिले की चिचोली तहसील के अंतर्गत आने वाली भारतीय स्टेट बैंक की शाखा चीरापाटला का मामला है।
भारतीय स्टेट बैंक की शाखा चिरा पाटला की लेट लतीफे के कारण किसान और ग्रामीण लोग बहुत ही परेशान नजर आ रहे हैं। मामला किसानों द्वारा बनाए जा रही केसीसी किसान क्रेडिट कार्ड का है। किसान प्रकाश मार्शकोले ने बताया कि वह दिसंबर 2024 से चिरापतला बैंक के चक्कर लगा रहा है अपनी केसीसी बनवाने के लिए। परंतु आज दिनांक तक उसकी केसीसी पास नहीं हुई है। बैंक कर्मचारियों द्वारा आए दिन नए-नए नियम बताए जाते हैं बताया गया है कि हमने सब कागज कंप्लीट करके आपकी लोन सेक्शन को बैतूल भेज दिया है परंतु 15 दिन से 1 महीने होने को है और क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय से लोन सेक्शन होकर ही नहीं आ रही है जिससे किसान बहुत परेशान हो रहा है। दूसरा मामला बलदेव यादव निवासी बोर्ड रैयत का है। बलदेव यादव के पिताजी को शांत होने में लगभग 6 माह से भी अधिक का समय हो गया है उसके पिताजी के खाते में₹20000 की राशि जमा थी बलदेव अपने पिता की राशि का ट्रांसफर अपने खाते में करना चाहता है जिसकी बैंक द्वारा बताएं संपूर्ण कागज और कार्रवाई पूर्ण कर लिया है। परंतु आज तक उसका भी काम नहीं हुआ है आए दिन किसान बैंक के चक्कर लगा रहे हैं। बैंक की लेट लतीफी के कारण देखने में आया है की किसान प्राइवेट बैंकों के तरफ या जो समूह लोन दे रहे हैं उनके तरफ आकर्षित हो रहे हैं। बदले में किसानों को अच्छा खासा नुकसान झेलने को मिल मिल रहा है। इसी विषय में क्षेत्रीय प्रबंधक से भी बात की परंतु वह फोन नहीं उठा रही है। हमारा पत्रकार महोदय लगभग 12:00 बजे बैंक पहुंचे परंतु आज भी बैंक में ताला लटका हुआ है जिसकी फोटो लगी हुई है टाइम के साथ अब देखना यह है कि जो किसानों को और ग्रामीण क्षेत्र की जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उसका समाधान कब तक होगा या फिर होगा ही नहीं ऐसी स्थिति में किशन भगवान भरोसे ही है।