रामदेई महावर ने लिया विधायक हुडला को गोद
एक मां ही तो है जो कभी थकती नहीं….
यह कहानी दौसा जिले के महवा विधानसभा क्षेत्र के कोट गांव की। पांच बेटियों की मां, जिसमें भी एक बेटी बोल पाने में असक्षम। परिवार में आय का कोई जरिया नहीं
बेटी भी श्यानी हो गई। उसकी शादी का जिम्मा अलग से।
ऐसे में पहाड़ जैसी चिंता में डूबी रामदेई को दिन-रात अपनी बेटी के पीले हाथ कैसे किए जाए ये बात सता रही थी।
गांवों के लोगों से चर्चा के बाद आखिरकार वह विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के निवास पर पहुंची और अपनी व्यथा सुनाई।
जिसे सुनकर विधायक का मन पसीज गया और उन्होंने दुखियारी मां तो तसल्ली देेते हुए उसकी सभी बेटियों की शादी करने की बात स्वीकार कर ली।
विधायक हुडला ने रामदेई महावर से कहा कि आप के कोई बेटा नही है तो आप मुझे बेटा मान लो
रामदेई महावर ने कहा कि विधायक साहब आपने मेरे मुंह की बात छीन ली
मैं घर से ये ही बात सोच कर आई
मै आपको मेरा बेटा मान लू
और आपने पहले ही ये बात कह दी
उसके बाद विधायक हुडला ने
रामदेई की बेटी को गोद लिया और रविवार को विधि-विधान से शादी की रस्म पूरी की।
हुड़ला ने अपनी मां और पत्नी के साथ उस बेटी के हाथ पीले किए और आवश्यकतानुसार सभी घरेलू सामान भी कन्यादान में दिया।
विधायक हुडला ने बताया कि कन्यादान में बर्तन, बैड ,कूलर आलमारी ड्रेसिंग टेबल ,कुर्सी,, सोने के कानों के आभूषण और नाक के आभूषण ,लड़के लड़की को चांदी की अंगूठी, पायजेब , आदि सामान दिया ।
जयपुर से ब्यूरो चीफ पूरण मीणा