एंटीलिया विस्फोटक केस:महाराष्ट्र के CM बोले- पुलिस अधिकारी सचिन कोई ओसामा बिन लादेन नहीं, पूर्व CM ने कहा- वझे के पास कुछ तो है जिससे सरकार डरी हुई है
सचिन वझे को क्राइम ब्रांच से हटाया गया, मनसुख की पत्नी ने पति की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के सामने जिलेटीन स्टीक के साथ पकड़ाई स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरने की मौत का राज दिन प्रतिदिन उलझता जा रहा है। मनसुख की पत्नी के आरोपों और विपक्ष के हमलों के बाद असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे को मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) से बुधवार को हटा दिया गया है।
इस बीच, मनसुख की हत्या और वझे की घेराबंदी ने महाराष्ट्र का राजनीतिक तापमान भी बढ़ा दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विधानसभा सत्र की समाप्ति के बाद बुधवार को अस्सिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे का बचाव किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष सचिन वझे को ओसामा बिन लादेन साबित करने का प्रयास कर रही है। वहीं, ठाकरे के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सचिन वझे के पास कुछ तो ऐसा है जिससे सरकार डरी हुई है। संभवत: वे सरकार हिलाने या गिराने की क्षमता तो रखते हैं।
2008 के बाद से सचिन वझे का शिवसेना से कोई संबंध नहीं: उद्धव
उद्धव ने कहा कि आत्महत्याओं और मौतों का ध्यान रखना सरकार का काम है। हम सांसद मोहन डेलकर और ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की मौत की पूरी गहनता से जांच कर रहे हैं। सरकार किसी को भी छोड़ने वाली नहीं है। सीएम ने कहा कि विपक्ष ने सदन में कार्रवाई लगातार बाधित की और ऐसा साबित करने का प्रयास किया जैसे सचिन वझे कोई ओसामा बिन लादेन हो। उन्होंने कहा कि 2008 के बाद से सचिन वझे का शिवसेना से कोई संबंध नहीं है। 2008 के बाद हमने उसकी मेम्बरशिप रिन्यू नहीं की है। हमने विपक्ष से कहा है कि सचिन और मनसुख के बीच हुई बातचीत की कॉल डिटेल पुलिस को सौंपे। वे उसका सत्यापन करेंगे और आगे की जांच करेंगे।
वझे को वकील की जरूरत नहीं, खुद सीएम केस लड़ने में इंटरेस्टेड हैं: फडणवीस
उद्धव के जवाब पर पलटवार करते हुए पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सचिन वझे को अब वकील की जरूरत नहीं है। क्योंकि उनका केस लड़ने के लिए मुख्यमंत्री खुद ही लालायित दिखते हैं। जिस प्रकार से वह API सचिन वझे का बचाव कर रहे थे, उससे तो मुझे आश्चर्य लगा कि शायद सीएम साहब के पास कोई ब्रीफिंग नहीं होती है। स्वयं ATS ने 302 और 120 बी का गुनाह इस मामले में दाखिल किया है।
यह इतना गंभीर प्रकरण है और ऐसे गंभीर प्रकरण में जिस प्रकार वझे को बचाने का प्रयास हो रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि हमारी मांग पर वन मंत्री संजय राठौड़ को इस्तीफा देना पड़ा। संजय राठौड़ का इस्तीफा होता है और सचिन वझे पर कार्रवाई नहीं होती। असल में संजय राठौर ना सरकार हिला सकते थे और न सरकार गिरा सकते थे और मुझे ऐसा लगता है कि सचिन वझे के पास जरूर ऐसा कुछ है जो सरकार हिला भी सकता है और सरकार गिरा भी सकता है।
सचिन वझे CIU से हटाए गए
मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) में कार्यरत और असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वझे को उनके पद से हटा दिया गया है। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को विधानसभा में इसकी जानकारी दी। सचिन वझे उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर से बरामद हुई विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी मामले की जांच से जुड़े थे। स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के बाद उनकी पत्नी और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने वझे पर कई गंभीर आरोप लगाए थे।
विमला हिरेन के हवाले से फडणवीस ने मंगलवार को कहा था कि सचिन वझे ने ही मनसुख की हत्या की है।
विमला हिरेन के हवाले से फडणवीस ने मंगलवार को कहा था कि सचिन वझे ने ही मनसुख की हत्या की है। इस मामले को लेकर विपक्ष यानी भारतीय जनता पार्टी लगातार हमलावर है। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए मंगलवार को विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी। बुधवार को भी विपक्ष ने विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर सचिन वझे की गिरफ्तारी की मांग करते हुए हंगामा किया था।
NIA ने मुंबई पहुंचते ही छापेमारी शुरू की
एंटीलिया के सामने विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी मिलने के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को एक टीम मुंबई पहुंची। टीम ने मुंबई में उतरते ही कई जगह छापेमारी की है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, टीम उस इनोवा की जांच के नतीजे के काफी करीब पहुंच चुकी है, जो स्कॉर्पियो के पीछे दो बार नजर आई थी।
स्कॉर्पियो की चोरी का केस ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन ने दर्ज करवाया था। 5 मार्च को हिरेन का शव बरामद हुआ था।
एंटीलिया भी गई NIA टीम
इस टीम को एक IG (इंस्पेक्टर जनरल) लेवल के अधिकारी लीड कर रहे हैं। मंगलवार को एक टीम एंटीलिया पहुंची और वहां के सुरक्षाकर्मियों और सुरक्षा अधिकारी से पूछताछ की है। टीम ने वहां से CCTV फुटेज की कॉपी भी अपने कब्जे में ली है। NIA की टीम के साथ गामदेवी पुलिस स्टेशन के कुछ अधिकारी और DCP राजीव जैन भी साथ में थे। जैन ने ही केस से जुड़ी सारी डिटेल NIA टीम को बताई है।
टीम ने मुंबई पुलिस कमिश्नर से भी मुलाकात की
मुकेश अंबानी के घर से निकलने के बाद NIA के अधिकारी मुंबई पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचे और जॉइंट पुलिस कमिश्नर (क्राइम) मिलिंद भारंबे से मुलाकात की। इसके बाद सभी मुंबई पुलिस कमिश्नर, परमबीर सिंह से भी मिले। इस मामले को लेकर मुंबई के गामदेवी पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था और क्राइम ब्रांच की टीम इसकी जांच कर रही है। हालांकि, सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह केस NIA को सौंप दिया था। मुंबई पुलिस की टीम 2,000 से ज्यादा CCTV फुटेज को इस मामले में खंगाल रही है।
इस मामले से जुड़े हैं तीन केस
इसी मामले में से जुड़े कुल तीन केस दर्ज हुए हैं। पहला मामला विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मिलने का है। दूसरा केस स्कॉर्पियो की चोरी का है और तीसरा केस स्कॉर्पियो के मालिक की हत्या का है। स्कॉर्पियो की चोरी का केस ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन ने दर्ज करवाया था। हालांकि, 5 मार्च को उनका शव ठाणे की खाड़ी से बरामद हुआ। उनकी मौत को हत्या मानते हुए गृह मंत्री अनिल देशमुख के आदेश पर महाराष्ट्र ATS ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया है।
मनसुख की पत्नी के हवाले से पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधानसभा में दावा किया कि मनसुख की हत्या में मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में कार्यरत सचिन वझे शामिल हैं। उन्होंने सचिन की गिरफ्तारी की मांग भी उठाई है।
क्या है पूरा मामला?
25 फरवरी को दक्षिण मुंबई के पैडर रोड स्थित एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरी एक स्कॉर्पियो गाड़ी खड़ी मिली थी। 24 फरवरी की मध्य रात 1 बजे यह गाड़ी एंटीलिया के बाहर खड़ी की गई थी। दूसरे दिन गुरुवार को इस पर पुलिस की नजरें गईं और कार से 20 जिलेटिन की रॉड बरामद की गई थीं। 5 मार्च को इस स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव बरामद हुआ था। कुछ दिन पहले ही मनसुख ने इस गाड़ी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
Bureau Chief
साकिब हुसैन
INDIAN TV NEWS
मुंबई
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