
*मनरेगा मजदूरों में खुशी की लहर,ट्रेनिंग के बाद स्टेडियम व बहुमंजिला भवन बनाने के कार्यों में लगाया जाएगा/ सीडीओ*
जानकारी के अनुसार अभी तक मनरेगा का कार्य केवल कागजों में दिखाई देता था, सरकार की पहल पर अब मनरेगा मजदूरों का कार्य स्वाभाविक रूप से दिखाई देगा ।
गोरखपुर विकास भवन
सभागार में सीडीओ इंद्रजीत सिंह ने तकनीकी सहायक व ग्राम रोजगार सेवकों की बैठक कर यह जानकारी दी। तकनीकी
सहायकों द्वारा ट्रेंनिंग के द्वारा मनरेगा मजदूरों से अब गांव में काम खत्म होने के बाद उन्हें सरकार द्वारा प्रस्तावित स्टेडियम व बहुमंजिला भवनों तथा अन्य प्रकार के कार्य करने के लिए लगाया जाएगा जिससे इनका जीविकोपार्जन हमेशा चल सकेगा। साथ मे अब मनरेगा मजदूरों के उपलब्ध होने से गांवों में गरीबों के आवास बनाने के लिए अब बाहर से मजदूर बुलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह कार्य अब खुद मनरेगा मजदूर करेंगे। ये गांव में चयनित लाभार्थियों के आवास बनाएंगे। निर्माण कार्य पूरा होते ही इन्हें पगार मिल जाएगी। इससे मजदूरों का रोजगार के लिए क्षेत्र से पलायन रुकेगा। गावों में इस प्रकार के निर्माण कार्यों में इसके लिए पहले सर्वे कराया जाता है। और तब मनरेगा मजदूरों की अनिवार्यता नहीं थी, जिससे मनरेगा मजदूरों को काम की तलाश में चक्कर लगाने पड़ते थे। काम न मिलने की वजह से मजबूरन शहर की ओर पलायन करना पड़ता था कुछ ऐसी ही दिक्कतों को संज्ञान में लेते हुए आवास योजना में मनरेगा मजदूरों को रोजगार देने की योजना बनाई है। गांव में आवास का काम समाप्त होने के बाद इन मजदूरों से सरकार द्वारा प्रस्तावित स्टेडियम व बहुमंजिला भवनों के निर्माण में ट्रेनिंग के बाद इनको काम दिया जाएगा।
बैठक में जिला विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश यादव ,तकनीकी सहायक ,और ग्राम रोजगार सेवक मौजूद रहे।
रिपोर्ट-सतीश तिवारी
गोरखपुर,(उत्तर प्रदेश)