ज़िला उन्नाव संवाददाता मो साकिब कि रिपोर्ट
हसनगंज। तीन पर दर्ज कराई गई रिपोर्ट को एडीएम के आश्वासन के बाद भी नायब तहसीलदार द्वारा वापस नहीं लिया गया। इससे नाराज होकर अधिवक्ता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।
18 मार्च को नायब तहसीलदार पूर्णिमा तिवारी की तहरीर पर तहसील अधिवक्ता सुधीर सिंह निवासी रसूलपुर बकिया, अखिलेश यादव व एक अज्ञात युवक पर सरकारी कार्य में बाधा, आचार संहिता का उल्लंघन सहित अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज हुई थी।
अधिवक्ता की तरफ से रिपोर्ट न दर्ज होने पर सार्थियों ने अनिश्चितकालीन तहसील से कार्य बहिष्कार कर दिया था। मामले में पुरवा, सफीपुर व बांगरमऊ के अधिवक्ताओं ने समर्थन देते हुए कार्य बहिष्कार कर दिया था।
इसके बाद 11 अप्रैल को एडीएम नरेंद्र सिंह ने हसनगंज एसडीएम हिमांशु गुप्ता, तहसीलदार विराग करवरिया, नायब तहसीलदार पूर्णिमा तिवारी सहित उन्नाव बार एसोसिएशन अध्यक्ष सतीश शुक्ला, हसनगंज बार एसोसिएशन अध्यक्ष सजीवन सिंह और महामंत्री राजीव सिंह आदि के बीच बैठकर वार्ता की थी।
जिसमें एडीएम ने संघ से हड़ताल वापस कर कार्य पर आने की बात कही थी। संघ ने मांग की थी कि अधिवक्ताओं पर दर्ज रिपोर्ट वापस ली जाए। जिस पर नायब तहसीलदार पूर्णिमा तिवारी की तरफ से अधिवक्ता पर दर्ज रिपोर्ट एक सप्ताह में वापस लेने का भरोसा दिया गया था।
हसनगंज बार एसोसिएशन महामंत्री राजीव सिंह ने बताया कि एडीएम के प्रस्ताव पर एक सप्ताह में नायब तहसीलदार के द्वारा दर्ज रिपोर्ट वापस लेने की सहमति पर हड़ताल वापस हुई थी। 18 दिन बीत जाने के बाद भी दर्ज रिपोर्ट वापस नहीं हुई। इससे नाराज अधिवक्ताओं ने रजिस्ट्री कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। कहा कि जब तक रिपोर्ट वापस नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा।