संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने वितरित की धार्मिक पुस्तकें
सिरोंज/विदिशा: बीते गुरुवार को संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों ने सिरोंज के विभिन्न गांवों में पवित्र धार्मिक पुस्तकें वितरित कीं। ठंड के इस मौसम में भी अनुयायी मानव कल्याण के कार्यों में सक्रिय दिखाई दिए।
संत के अनुयायी धर्मेंद्र दास और डॉक्टर सुंदर दास ने बताया कि ये पुस्तकें—ज्ञान गंगा, गीता तेरा ज्ञान अमृत, गरिमा गीता की, और जीने की राह—स्वयं संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित हैं। इन पुस्तकों में पवित्र चारों धर्मों के प्रमुख ग्रंथों का सार और सटीक व्याख्या दी गई है।
अनुयायियों का दावा है कि इन पुस्तकों का प्रत्येक शब्द धर्मग्रंथों पर आधारित और प्रमाणित है। उन्होंने बताया कि इन ग्रंथों को पढ़ने और उनके अनुसार जीवन जीने से मनुष्य का मोक्ष सुनिश्चित होता है। इसके अलावा, शास्त्रों में वर्णित सही भक्ति विधि अपनाने से व्यक्ति आर्थिक, मानसिक, और शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ गंभीर बीमारियों से भी मुक्त हो सकता है।
इस पुस्तक वितरण अभियान के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी समाज को आध्यात्मिक और व्यावहारिक रूप से मजबूत बनाने का संदेश दे रहे हैं। उनके इस प्रयास को स्थानीय लोगों द्वारा भी सराहा जा रहा है।
जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट