चरखारी स्टेट के समय का है छोटे बड़े रिप्टें का निर्माण
नौगांव । मानसून दस्तक के बाद बारिस का दौर शुरू होने बाला ही है मानसून के दस्तक देते ही प्राकृतिक आपदाओं के दौर शुरू हो जाता है ऐसे में शहर सहित ग्रामीण अंचलों में रहने बाले रहवासियों को कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ता है सरकार की ओर से अतिवृष्टि जैसी आपदाओं से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर योजनाएं बनाई जाती है मगर इन आपदाओं से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधि गंभीर नही है सालों से इस मार्ग पर आवागमन कर रहे हजारों यात्रियों,रहवासियों के साथ ग्रामिण अंचलों में निवास कर रहे लोगो को परेशानी से जूझना पड़ता है।

नगर के वार्ड नंबर 1 पिपरी के पास छोटे बड़े रिप्टो का निर्माण चरखारी स्टेट के समय करीब150 साल पहले हुआ था तभी से मार्ग का मेंटिनेंस होते होते दोनों रिप्टें सड़क के समतल हो गए है जिसकी ओर आज तक किसी का ध्यान नही है अतिवृष्टि की बाढ़ से सैकड़ो साल पुराने रिप्टो के ऊपर से पानी का तेज बहाव होने के कारण आवागमन थम जाता है बरसात के मौसम में इस आपदा से हर साल जूझना पड़ता है लेकिन मानसून के पूर्व प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए इस ओर न तो आज तक शासन प्रशासन का ध्यान है न ही जनप्रतिनिधियों जबकि जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस और ध्यान देकर निर्माण करना चाहिए ताकि कोई अनहोनी घटित न हो आवागमन सुचारू रूप से सुरक्षित चल सके ।
16 यात्री बसें और आधा सैकड़ा टैक्सियों से का आवागमन होता है प्रभावित ।
नगर के वार्ड नंबर 1 पिपरी से निकले भडार नदी के छोटे रिप्टा और बड़े रिप्टें के पास परम् कालोनी वार्ड में हजारों रहवासियों के साथ ही थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांव कुलवारा,मूढ़वारा,चोवारा,नेगुवां सहित अन्य गांव के निवासियों से लेकर यूपी की सीमा को जोड़ने बाले बेलाताल,कुलपहाड़, महोबा,मार्ग के सेकड़ो गावो के रहवासी आवागमन करते है साथ ही इस मार्ग पर करीब 16 यात्री बसों के अलावा आधा सैकड़ा टैक्सियों का आना जाना होता है और इन यात्री बसों और टैक्सियों के माध्यम से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सफर करते है मगर हर साल बरसात के मौसम में छोटे रिप्टा थोड़ी बारिस होने पर ही अपने उफान पर आकर डूब जाता है तो अधिक समय तक की बारिस से बड़े रिप्टा के ऊपर से भी तेज बहाव होने लगता है जिससे आवागमन प्रभावित होता है कुछ वाहन चालक यहाँ तक कि यात्रियों से भरी बस चालक भी जान जोखिम में डाल कर दोनों पुलों को पार करते है ऐसे में अनहोनी होने का अंदेशा बना रहता है ।
स्कूली छात्र छात्राओं और मासूम बच्चों का बना रहता है भय ।
भले ही कोरोना माहमारी के दौरान स्कूल बंद है और बसों भी संचालन पर ब्रेक लगा दिया गया हो मगर सामान्य दिनों में इन रिप्टो के पास रह रहे रहवासियों के लिए भय का माहौल बना रहता है परम कालोनी के निवासी तो दोनों रिप्टो के ऊपर पानी बहने से बोचो बीच घिरे रहते है साथ ही स्कूल जाने बालों छात्र छात्राओं से लेकर मासूम बच्चों के स्कूल आते जाते समय अभिभावकों को भय बना रहता है कि कही अधिक या सीमित बारिश हुई तो इन पुलों के ऊपर से तेज बहाव होने से असमंजस और भय की स्तिथि बनी रहती है लोगो ने इन रिप्टो के निर्माण की मांग की है ।
इनका कहना
आपके द्वारा अच्छे मुद्दे पर पहल की जा रही है यह बड़ा कार्य है विधायक निधि से यह कार्य संभव नही है इसके लिए सरकार को पत्र लिखकर भेजा जाएगा। साथ ही मंत्रियों और लोकनिर्माण विभाग से बात कर इस कार्य का निर्माण कराने के हर संभव प्रयास किये जायेंगे ।
नीरज दीक्षित कांग्रेस विधायक महाराजपुर ।
रिप्टो के निर्माण के लिए विभाग की ओर से प्रतिवेदन भेजे गए है सरकार से पास होते और मंजूरी मिलते ही रिपटों का निर्माण शुरू कराया जाएगा बरसात के मौसम में रिपटों पर पानी आने पर बेरिकेट लगाकर आवागमन बंद किया जाएगा ।
राघवेन्द्र सिंह पायक एसडीओ लोकनिर्माण विभाग नौगांव ।
उमंग शिवहरे
इंडियन टीवी न्यूज
जिला ब्यूरों चीफ छतरपुर